भारत सरकार अपने डिजिटल इण्डिया मुहीम को आगे बढाने के लिए काफी प्रयास रत दिख रही है. कल भारत सरकार का इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेस पर दिल्ली में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ’10वां आईसीईजीओवी 2017′ आयोजित करेगा. जिसका उदघाटन सूचना एवं प्रौद्योगिकी मन्त्री रविशंकर करेंगे.
यह सम्मेलन 7 मार्च से लेकर 9 मार्च तक चलेगा.
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संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय और यूनेस्को के सहयोग से यह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. ‘ज्ञान समाज का निर्माण करना : डिजिटल सरकार से लेकर डिजिटल सशक्तिकरण तक’ थीम वाले ‘आईसीईजीओवी 2017’ का उद्घाटन माननीय केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद करेंगे.
पुर्तगाल की प्रेसीडेंसी एवं प्रशासनिक आधुनिकीकरण मंत्री मारिया मैनुअल लिताओ मार्कस, माननीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय राज्य मंत्री पी. पी. चौधरी, कैबिनेट सचिव पी. के. सिन्हा और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में सचिव अरुणा सुंदरराजन की उपस्थिति में प्रसाद इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे.
‘आईसीईजीओवी 2017’ का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि स्थानीय ज्ञान के जरिये डिजिटल सरकार किस तरह डिजिटल सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त कर सकती है.
यह एक बड़ी साइबर शक्ति के रूप में भारत की उभरती भूमिका को मान्यता दिये जाने के रूप में है, जिसे डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने से नई गति मिली है और जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी स्वीकार किया गया है.
डिजिटल गवर्नेंस ही सुशासन का भविष्य है और यह भारत का रूपांतरण एक पारदर्शी एवं डिजिटल रूप से सशक्त देश में करने संबंधी माननीय प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप है.
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’10वें आईसीईजीओवी 2017′ के दौरान सरकार और नागरिकों, व्यवसाय जगत एवं सिविल सोसायटी के बीच के रिश्तों को रूपांतरित करने के लिए तकनीक के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
इस सम्मेलन के दौरान शिक्षाविद, सरकारें, अंतर्राष्ट्रीय संगठन, सिविल सोसायटी और निजी क्षेत्र एकजुट होकर डिजिटल सरकार के सिद्धांत एवं कार्यप्रणाली से जुड़ी बारीकियों एवं अनुभवों को साझा करेंगे.
संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय और यूनेस्को के सहयोग से पहली बार भारत में इस सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है. लगभग 60 देशों की ओर से 560 शोधपत्र या पेपर पेश किए जायेंगे, जो आईसीईजीओवी के इतिहास में पेश किए जाने वाले सर्वाधिक शोधपत्र हैं.
उपर्युक्त सम्मेलन के दौरान बड़ी संख्या में शोधपत्र, अनुभव से जुड़े दस्तावेज, पोस्टर पेपर इत्यादि पेश किए जायेंगे. इस कार्यक्रम के दौरान डिजिटल प्रदर्शनी एवं विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे, जिनमें डिजिटल गवर्नेंस से जुड़े भारतीय अनुभवों एवं उपलब्धियों पर रोशनी डाली जाएगी.
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