PM Modi को नोटबंदी किए किए पूरा एक महीना हो गया है। लेकिन बैंकों और एटीएम के में लगीं लंबी कतारें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
जहां भी जाओ जिससे भी पूछो स्थिति जस की तस बनी हुई है। अब तो स्थिति यह है कि एटीएम में कैश ही नहीं है, और इक्का दुक्का एटीएम खुला भी हो तो उसमें लंबी लंबी कतारें लगी हैं। बात दिल्ली के मयूर विहार, लक्ष्मी नगर, पांडव नगर और अक्षरधाम एरिया की करें तो लगभग एक जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां रात को जत्थे के जत्थे निकलते हैं। बिलकुल वैसे ही जैसे गांवों में रामलीला के दौरान लोग लाठी चादर ओढ़कर कुछ लोग इक्ट्ठठा होकर एक साथ निकलते हैं।
लाइव इंडिया ने ऐसे जत्थों से बात की और जहां जहां वो लोग एटीएम की तालाश में निकले हम भी वहीं गए। देखा गया कि मयूर विहार मेट्रो स्टेशन के करीब एक किलोमीटर के दायरे में 30 से 40 एटीएम होंगे लेकिन पैसा सिर्फ एक दो में ही था। जिसमें था भी वहां लंबी लाइनें लगी थीं। राकेश बताते हैं कि रोज रात को ऐसे ही एटीएम की तलाश में निकलते हैं लेकिन कुछ हाथ नहीं लगता है।
मोहल्ले की दुकानों का काफी कर्जा हो गया है। अब उधार खा-खाकर शर्म आने लगी है। किसी तरह दोस्तों और जान पहचान की मदद से काम चल रहा है। वहीं ललित बताते हैं कि मोदी सरकार का ये फैसला गले नहीं उतर रहा है। रोज खबरें आ रही हैं कि फलां जगह नए नोटों के साथ करोड़ पकड़े गए तो कहीं लाख पकड़े गए। लेकिन एटीएम में पैसा नहीं है, तो इन लोगों के पास कहां से पैसा आ रहा है। वह बताते हैं कि जब कालेधन, रिश्वत को लेकर मोदी जी ने यह कदम उठाया था तो फिर ये सब क्यों हो रहा है। इससे न तो कालाधन कम हो रहा है न रिश्वत बंद हो रही है।
वहीं पांडव नगर में गुप्ता जी एक होटल चलाते हैं वह बताते हैं कि कुछ ही लोग पैसे देकर खाना खाते हैं जबकि ज्यादातर लोग उधार खाना खाकर जाते हैं। गुप्ता जी कहते हैं कि वह उधार वालों के पैसे नहीं लिखते हैं कि किस पर कितना हो गया। वो बताते हैं कि खाने का पैसा है कोई नहीं मारेगा और मारेगा भी तो मेरे क्या लेकर जाएगा। गुप्ता जी दुकान के सामने ही 5 एटीएम हैं लेकिन किसी में कैश नहीं है तो किसी में नेटवर्क नहीं है, इसलिए पांच पांच एटीएम होते हुए भी बेकार हैं। इस सभी को देखते हुए गुप्ता जी कभी उधार खाने वाले को मना नहीं करते हैं। एक महीना पूरा होने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। साथ ही लेग सोशल मीडिया पर भी खूब खिल्ली उड़ा रहे हैं। लोग रोज नए पूराने नोटों का वी़डियो और तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। फिलहाल स्थिति यह है कि रात होते ही लोगों के जत्थे निकलते हैं और पूरी रात सड़कों पर पैसे के लिए घूमते हैं मानों जैसा पहरा दे रहे हो। यह मात्र लड़कों की बात ही नहीं है महिलाएं और बाहर से दिल्ली मे रहकर जॉब या पढ़ाई कर रहीं लड़कियों की भी यही स्थिति है।
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