लीबिया में जिन 6 भारतीयों को आईएसआईएस ने बंधक बना लिया था उन सभी को भारत ने छुड़ा लिया। इनमें एक थे डॉक्टर डाॅ. राममूर्ति कोसानम जिन्होंने भारत पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि आईएसआईएस के आतंकियों ने मुझे 3 बार गोली मारी। जितने भी युवा आतंकी आईएसआईएस में हैं वे सभी काफी पढ़े-लिखे हैं और भारत के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। राममूर्ति को आतंकियों ने 18 महीने तक बंधक बना के रखा था।
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डॉ. राममूर्ति ने बताया- “आतंकी लगातार मुझ पर ऑपरेशन करने का दबाव डालते रहे। मुझे ऑपरेशन थिएटर में जाने के लिए कहते रहे। लेकिन मैंने कुछ भी नहीं किया। कैद में रहते हुए मैंने कोई ऑपरेशन भी नहीं किया। आतंकी सोचते थे कि मैं एक डॉक्टर हूं और एक न एक दिन उनके काम आ जाऊंगा। शायद इसलिए ही उन्होंने मुझे जिंदा रखा। इसलिए मैं बचा भी रहा।”
“डॉ. राममूर्ति के मुताबिक, रमजान के दौरान आईएसआईएस आतंकियों ने मुझसे कॉन्टैक्ट किया। उन्हें अपने हॉस्पिटल्स के लिए डॉक्टर्स की जरूरत थी। लेकिन मैंने मना कर दिया। मैंने उन्हें कहा कि मैं दवाओं से इलाज करना जानता हूं, सर्जन नहीं हूं। इसके बावजूद उन्होंने मुझे सिर्ते के हॉस्पिटल में भेज दिया।”
“कैंप में 10 दिन काम करने के दौरान मुझे एक बांह और दोनों पैरों में गोली लग गई। वहां मैं 3 हफ्ते आईसीयू में एडमिट रहा। तब तक मिलिट्री एक्टिव हो चुकी थी। एक दिन मिलिट्री हमारी बिल्डिंग के करीब आई। मेरे साथ 4 और लोग थे। हम लोगों ने आजादी-आजादी चिल्लाना शुरू किया। उन्होंने हमें छुड़ा लिया।
मोदी, एनएसए और सुषमा स्वराज को कहा शुक्रिया:
राममूर्ति ने कहा ” रिहाई और भारत सरकार की कोशिशों के लिए मैं प्रधानमंत्री, एनएसए, सुषमा स्वराज और दूसरे अफसरों को शुक्रिया कहना चाहूंगा। इन सभी की कोशिशों की बगैर मैं घर नहीं लौट सकता था।”
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गौरतलब है कि डाॅ. राममूर्ति कोसानम को करीब 18 महीने पहले लीबिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था। वे आंध्र प्रदेश में कृष्णा जिले के रहने वाले हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, डाॅ. कोसानम लीबिया के सिर्ते के एक हॉस्पिटल में फिजिशियन थे। आईएस के एक ग्रुप ने इंजीनियर सामल प्रवाश रंजन समेत नौ लोगों को 8 सितंबर, 2015 को उनके घर से अगवा कर लिया था। तभी से भारतीय अफसर इन सभी को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे। डाॅ. कोसानम लीबिया में 1999 से रह रहे थे।
सुषमा ने ट्वीट कर कहा था- सभी को जल्द भारत लाया जाएगा:
सुषमा स्वराज ने 21 फरवरी को ट्वीट कर बताया था- “लीबिया में बंधक बनाए गए सभी छह भारतीयों को रिहा करा लिया गया है।”
“बंधकों में डॉ. राममूर्ति कोसानम भी हैं, जिन्हें गोली लगी। उन्हें जल्द ही भारत लाया जा रहा है। सुषमा ने लीबिया में भारतीय मिशन की इस मामले में तारीफ की थी।”
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