अलेप्पो के पूर्वी जिलों से नागरिकों और विद्रोहियों को सुरक्षित रास्ता देने के लिए रूस और सीरिया की सेना तैयार हो गई है। इसके लिए आठ घंटे के संघर्षविराम का एलान किया गया है। यह घोषणा विद्रोहियों के प्रभाव वाले इलाकों में हवाई हमलों में सात बच्चों समेत 36 लोगों की मौत के बाद की गई है।
रूस के जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल सर्गेई रुदोस्की ने मॉस्को में बताया कि गुरुवार को सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक सेना मानवीय अल्पविराम का पालन करेगी। इस दौरान असैन्य नागरिक और विद्रोही शहर से सुरक्षित बाहर निकल सकते हैं। लड़ाकों, घायलों और बीमारों को विद्रोहियों के कब्जे वाले इदलिब प्रांत में जाने की अनुमति होगी।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार एजेंसी ने कहा है कि जब तक सभी पक्ष सुरक्षा की पूरी गारंटी नहीं देते वह मानवीय मदद लेकर अलेप्पो में दाखिल नहीं होगा। वैश्रि्वक संगठन के मानवाधिकारियों ने मानवीय मदद पहुंचाने के लिए पूर्वी अलेप्पो में साप्ताहिक 48 घंटे के संघर्षविराम की अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत विटली चुरकिन ने बताया कि आठ घंटे का संघर्षविराम एकतरफा है।
48 या 72 घंटे के संघर्षविराम के लिए सभी पक्षों के बीच आपसी सहमति जरूरी है। गौरतलब है कि 22 सितंबर को संघर्षविराम टूटने के बाद से रूस और सीरिया की सेना ने पूर्वी अलेप्पो में हवाई हमले तेज कर रखे हैं। सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार इन हमलों में सौ बच्चों समेत पांच सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सीरिया में पांच साल से ज्यादा समय से चल रही हिंसा की अब तीन लाख से ज्यादा लोग भेंट चढ़ चुके हैं।
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