अमेरिका का पाक प्रेम जगजाहिर है. ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव मुस्लिम विरोधी के तौर पर लड़ा. लेकिन जैसे जैसे समय बीत रहा है धीरे धीरे उनके सुरों में भी बदलाव देखा जा रहा है. पहले मैक्सिको की सीमा रेखा पर दीवार की बात कहने वाले ट्रम्प के एजेंडे में फिलहाल अभी ये शामिल नहीं है. भारत को भी उम्मीद थी कि उसके नंबर वन दुश्मन के खिलाफ अमेरिका मदद करेगा. लेकिन जब ट्रम्प प्रशासन ने सात मुस्लिम देशों पर बैन लगाया तो उस लिस्ट में पाक का नाम नहीं था.
Video : मोदी, केजरीवाल, रामदेव और ट्रम्प ने बनाई ‘बाबा जी की बूटी’
अमेरिका का पाक प्रेम जगजाहिर
अब पाकिस्तान के कराची में आतंकी हमले के बाद 100 आतंकियों को मारने की पाक रेंजर्स की कोशिश से अमेरिका का पाक प्रेम एक बार फिर उमड़ता दिख रहा है. हमले के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों और हिंसक चरमपंथियों के हाथों बहुत कष्ट झेलने वाला देश बताया है. अमेरिका ने कहा है कि हिंसक चरमपंथ से निपटने और एक स्थिर, सहिष्णु एवं लोकतांत्रिक समाज बनाने के पाकिस्तान के प्रयासों को सहयोग देना उसके दीर्घकालिक हित में है.
डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश का असर, माइग्रेंट्स के घरों में ताबड़तोड़ छापे, अधिकारी ने कहा रूटीन कार्रवाई
पाकिस्तानी सेना द्वारा अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान की सीमा के पास संदिग्ध आतंकी ठिकानों पर हमला किए जाने की खबरों के बाद विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के प्रयासों को सहयोग देने की बात कही है. मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा मानना है कि अमेरिका के दीर्घकालिक हित इस बात में हैं कि हिंसक चरमपंथ से निपटने और एक स्थिर, सहिष्णु एवं लोकतांत्रिक समाज बनाने के पाकिस्तान के प्रयासों को सहयोग दिया जाए.
ट्रम्प-आबे की दोस्ती पर ‘हाइड्रोजन बम’ परीक्षण
अधिकारी ने कहा, हमने खबरें देखी हैं. हम आपको पाकिस्तान सरकार से बात करने के लिए कहेंगे. पाकिस्तान ने आतंकियों और हिंसक चरमपंथियों के कारण भारी कष्ट उठाए हैं. प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका लंबे समय से पाकिस्तान की जनता और आतंकवाद से लड़ने वाले सभी लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा रहा है.
उन्होंने कहा, आतंकवाद से निपटने, आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों पर कार्रवाई करने और वर्षों से आतंकियों द्वारा सुरक्षित ठिकानों के तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों पर सरकारी नियंत्रण बहाल करने के लिए पाकिस्तानी सेना और जनता द्वारा दिए गए बलिदानों को लेकर हम उनके आभारी हैं.
Facebook
Twitter
Google+
RSS